डेंगू बुखार एक कष्टदायक , एक जानलेवा मच्छरों के संक्रमण से होने वाली बीमारी है यह शरीर को दुर्लभ करने वाला मच्छर जनित रोग है यह बीमारी मच्छर द्वारा फैलती है जो लोग दूसरी बार डेंगू वायरस से संक्रमित होते हैं उनके लिए यह बीमारी बहुत ही जोखिम भरा होता है
यह बीमारी के कारण कई लोगों की मौत भी हो गई है खासकर यह बीमारी जहां गंदगी ,गटर ,नाला या ऐसी कोई जगह हो जो मच्छर को पैदा करती हो वहां ज्यादा पाई जाती हैं मच्छर के एक बार काटने से भी डेंगू बीमारी होने की संभावना हो जाती है और इसका घरेलू उपाय भी है आयुर्वेद ने बहुत सारी तरक्की करके डेंगू की बीमारी की घरेलू उपाय बताए हैं तो आईए जानते हैं कि डेंगू के घरेलू उपाय कौन से हैं
१. डेंगू बुखार क्या है : (Dengue Fever in Hindi)
डेंगू एक गंभीर बीमारी है जो एडीस एजिप्टी (Aedes egypti) नामक प्रजाति के मच्छरों से फैलता है। खासकर उष्णकटिबंधीय और अर्ध-उष्णकटिबंधीय क्षेत्रों में ज्यादातर डेंगू की बीमारी फैलती है यह बीमारी ऐसी है कि इसके ज्यादातर बनने से रक्तस्राव और सदमा होने की संभावना होती है और यह बीमारी आदमी की जान भी ले सकती है इसलिए डेंगू को एक जानलेवा बीमारी कहा जाता है
२. डेंगू बुखार का कारण और मुख्य प्रकार : ( Causes and main types of dengue fever )
डेंगू बुखार का कारण एक वायरस होता है जैसे कि मैं ऊपर बताया कि यह वायरस का नाम एडीस एजिप्टी होता है और इन मच्छरों को भी एडीस एजिप्टी प्रजाति के नाम से ही जाना जाता है
यह जो वायरस है उनके चार प्रमुख मुख्य प्रकार है जिनमें DEN-1, DEN-2, DEN-3, और DEN-4 शामिल हैं
३. डेंगू कैसे फैलता है ? : (Dengue Fever Causes in Hindi)
जब कोई मच्छर कोई एक व्यक्ति जो डेंगू वायरस से पहले से ही संक्रमित है उसे काट कर फिर स्वस्थ व्यक्ति को काटता है फिर वह स्वस्थ व्यक्ति भी डेंगू बीमार से संक्रमित हो जाता है इस मच्छर के काटने से पहले शरीर में पूरा इंफेक्शन फैल जाता है फिर यह मच्छर द्वारा फैलाया गया वायरस पूरे शरीर को संक्रमित कर देता है थोड़ी देर में उसके बाद तुरंत ही व्यक्ति को डेंगू का बुखार चढ़ जाने लगता है
यह बीमारी संक्रमित आदमी से लेकर स्वस्थ आदमी तक फैलती है आपको कैसे पता चलेगा कि आप डेंगू से संक्रमित हो या नहीं उसके लक्षण क्या है कैसे पता करें....
४. डेंगू बुखार के लक्षण : (Dengue Symptoms in Hindi)
डेंगू के लक्षण हर व्यक्ति को अलग-अलग हो सकते हैं लेकिन कुछ मुख्य लक्षण वह निम्नलिखित नीचे दिए गए है
डेंगू के लक्षण में आमतौर पर बुखार,पेट दर्द,थकान,सिरदर्द,डायरिया और उल्टी,स्किन रैश,,जोड़ों और मांसपेशियों में दर्द,आंखों में सूजन,खून की गंग्रेन,त्वचा पर चकत्ते और लाल दाने और इन सब की वजह से प्लेटलेट्स की कमी हो जाती है उससे ही ये बीमारी फैलती है
• आपको कैसे पता चलेगा कि आप डेंगू के गंभीर बीमारी से संक्रमित हो ?
1. बुखार :
डेंगू से संक्रमित लोगो को अक्सर तेजी से बुखार बढ़ना शुरू हो जाता है और यह बुखार कई दिनों तक रहता है उसके बाद एक बुखार की गिरावट शुरू होती है आपको लगेगा की आप ये बीमारी से मुक्त हो गए हो पर ऐसा नही होता है ये बुखार फिर से आता है इसलिए अपने नजदीकी डॉक्टर से पूरा ट्रेंटमेंट करे
2. पेट दर्द :
डेंगू के मरीजों को खास कर पेट में बहुत दर्द होता है और यह उल्टी में तब्दील हो जाता है यह समस्या ज्यादातर बच्चों मे होती है
3. थकान :
डेंगू के मरीजों को अक्सर बेहद थकान हो जाती है और उन्हें शारीरिक तरीके से थकान की वजह से वह कोई काम नहीं कर पाते और मरीजों को कमजोरी आ जाती है
4. सिरदर्द :
डेंगू के मरीजों को बुखार के साथ सर दर्द भी होने लग जाता है और यह सिर दर्द बहुत तेजी से बढ़ता है
5. डायरिया और उल्टी :
डेंगू के मरीजों को पेट में दर्द होने की वजह से उल्टी आती है और डायरिया जैसी बड़ी समस्या भी होती है
6. स्किन रैश :
डेंगू के मरीजों में कुछ मामलों में त्वचा पर लाल या पीली छाले या त्वचा खराब हो सकती है
7. आंखों में सूजन :
डेंगू मरीजों को बुखार के वजह से आंखों में सूजन की समस्या भी होती है
8. जोड़ों और मांसपेशियों में दर्द :
डेंगू मरीजों को कमजोरी की वजह से जोड़ो और मांसपेशियों में दर्द होने लगता है
9. खून की कमी :
डेंगू के मरीजों को इन सब कारण की वजह से खून में कमी भी हो सकती है हिमोग्लोबिन भी काम हो सकता है
10. प्लेटलेट्स की कमी :
डेंगू बुखार के दौरान कुछ मरीजों को प्लेटलेट्स की कमी हो सकती है, जिससे ब्लीडिंग की समस्या हो सकती है और यह जानलेवा है।
५. डेंगू बुखार का इलाज कैसे किया जाता है (Dengue Treatment in Hindi) :
डेंगू बुखार के इलाज के लिए कोई दवा नहीं है "ऐसा नहीं है कि आपको डेंगू हुआ और आपने कोई विशिष्ट दवा ले ली तो ठीक हो जायेगा ऐसा बिल्कुल भी नही है" आपको लगता है कि आपको डेंगू बुखार होने वाला है तो आपको आराम कर लेना चाहिए और आपके पीने में हल्का पानी पीना चाहिए और खाने में भी हल्का पदार्थ खाना चाहिए
यदि आपको पेशाब कम होना, शुष्क मुँह या होंठ, सुस्ती या भ्रम, ठंडे या चिपचिपे हाथ-पैर जैसे लक्षण हैं तो तुरंत डॉक्टर को दिखाना चाहिए आपको यह कभी नहीं मानना है कि यह बुखार ही तो है ठीक हो जायेगा पर ऐसा गलती ना कर तुरंत ही डॉक्टर को दिखाने जाए
आपको लगता होगा कि मुझे बुखार है तो मैं मार्केट में बेचे जाने वाली पेरासिटामोल दवाई से अपना बुखार हटा सकता हूं यह दवाई काफी मदद रूप हो सकती है लेकिन लेकिन पहले आपको डॉक्टर की सलाह के बिना प्लेटलेट रोधी दवाएं नहीं लेनी चाहिए लेकिन पेरासिटामोल जैसी दवाई आपको लेने भी है तो डॉक्टर की सलाह लेकर ही ले
बुखार कम होने के बाद भी 24 घंटे में आपको फिर से बुखार आता है तो समझ लेना चाहिए कि आपको डेंगू के बुखार के लिए नजदीकी हॉस्पिटल तुरंत ही डॉक्टर को दिखाना चाहिए
६. डेंगू बुखार से बचने के लिए क्या करे (What to do to avoid dengue fever) :
अपने घर के आस-पास के स्थिर पानी और प्रजनन स्थलों को हटा दे अपने आसपास के पानी को गंदा ना होना दे खिड़कियों और दरवाजों पर मच्छरदानी का स्क्रीन लगाए सोने से पहले मच्छर जाकर भक्ति या कोई मच्छर अगरबत्ती या फिर Good Night जैसी बॉटल का प्रयोग करे आप मच्छरदानी में सोने की आदत डालें
🔸सुरक्षात्मक कपड़े:
लंबे बाजू वाले कपड़े और पैंट और मोज़े पहनें संक्षिप्त में आप अपने शरीर को पूरी तरह से जितना बने उतना ढकने की कोशिश करे बाहर जाने के लिए भी यही कपड़ों का इस्तेमाल करें हल्के क्वालिटी के कपड़े ना पहने
🔸स्वच्छ परिवेश:
अपने रहने की जगह को साफ रखें और कचरे का उचित तरीके से निपटान करें। मच्छरों के आराम करने वाले क्षेत्रों को कम करने के लिए झाड़ियों और झाड़ियों को ट्रिम करें
🔸सुरक्षात्मक काम :
जो आप नौकरी पर जाते हो तो ध्यान रखें कि आजू-बाजू के मच्छर के एरिया में काम न करें